आशा अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख सकी और अपने पिता को फोन कर दिया.. आशा अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख सकी और अपने पिता को फोन कर दिया..
लोगों के समक्ष अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए। लोगों के समक्ष अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए।
थोड़ी देर चलने के बाद बारात अपने गंतव्य तक पहुँच चुकी थी। बारात का ज़ोरदार स्वागत किया गया। थोड़ी देर चलने के बाद बारात अपने गंतव्य तक पहुँच चुकी थी। बारात का ज़ोरदार स्वागत...
भगवान पर हमेशा विश्वास बनायें रखें क्योंकि हमारा विश्वास ही हमें उनसे जोड़ता है। भगवान पर हमेशा विश्वास बनायें रखें क्योंकि हमारा विश्वास ही हमें उनसे जोड़ता है।
आज का समाज यदि कल के साहित्य का नियमक है तो कल का साहित्य आज के समाज के रूप का। आज का समाज यदि कल के साहित्य का नियमक है तो कल का साहित्य आज के समाज के रूप का।
भगवान श्रद्धा और विश्वास देखते हैं भगवान श्रद्धा और विश्वास देखते हैं